tag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post4225248324048918207..comments2023-10-19T07:53:19.722-07:00Comments on गीत-ग़ज़ल: सब फ़ानी ही लगेशारदा अरोराhttp://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-34433782019689507132011-09-14T21:00:52.026-07:002011-09-14T21:00:52.026-07:00बहुत ही उम्दा! वाह.बहुत ही उम्दा! वाह.Rajeev Bharolhttps://www.blogger.com/profile/03264770372242389777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-37274064481566722902011-06-19T03:38:34.547-07:002011-06-19T03:38:34.547-07:00वक्त के हाथ हैं तुरुप के मोहरे
पत्तों की बाज़ी भी आ...वक्त के हाथ हैं तुरुप के मोहरे<br />पत्तों की बाज़ी भी आसमानी ही लगे <br />~~~~~~क्या बात है!बहुत खूब!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-46476029781907572052011-06-18T21:21:48.742-07:002011-06-18T21:21:48.742-07:00ये दिल पुराने जख्म से बेजार तडपे
ज्यों राख के नी...ये दिल पुराने जख्म से बेजार तडपे <br />ज्यों राख के नीचे दबे अंगार तडपे <br /> बहुत अच्छी लगी रचना। बधाई\निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-70423153618801776242011-06-18T00:17:24.147-07:002011-06-18T00:17:24.147-07:00ये लाइन बहुत अच्छी लगी.....
वक्त के हाथ हैं तुरुप...ये लाइन बहुत अच्छी लगी.....<br /><br />वक्त के हाथ हैं तुरुप के मोहरे <br />पत्तों की बाज़ी भी आसमानी ही लगे <br /><br />भस्म कर देती है चिन्गारी भी<br />राख के ढेर तले आग पुरानी ही लगे<br />...आभारकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-58075874312682184242011-06-15T21:46:46.391-07:002011-06-15T21:46:46.391-07:00भस्म कर देती है चिन्गारी भी
राख के ढेर तले आग पुरा...भस्म कर देती है चिन्गारी भी<br />राख के ढेर तले आग पुरानी ही लगे<br />बहुत खूब शारदा जी - अच्छी प्रस्तुति<br />सादर<br />श्यामल सुमन<br />+919955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-60597855903528809322011-06-15T19:02:09.777-07:002011-06-15T19:02:09.777-07:00जिन्दगी भी फ़ानी ही लगे
बारूद के ढेर पर कोई कहानी ...जिन्दगी भी फ़ानी ही लगे<br />बारूद के ढेर पर कोई कहानी ही लगे <br /><br />फूलों को बोना भी जरुर <br />काँटों में इनकी महक ज़िन्दगानी ही लगे.<br /><br />सारा जीवन दर्शन डाल दिया है इस गज़ल में. बहुत गहरी बातें. मुबारक हो शारदा जी.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-7125268703555876802011-06-15T08:58:41.396-07:002011-06-15T08:58:41.396-07:00बहुत सुन्दर......बेहतरीन ग़ज़ल..बहुत सुन्दर......बेहतरीन ग़ज़ल.. डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-76367357492580639252011-06-15T08:20:00.983-07:002011-06-15T08:20:00.983-07:00भस्म कर देती है चिन्गारी भी
राख के ढेर तले आग पुरा...भस्म कर देती है चिन्गारी भी<br />राख के ढेर तले आग पुरानी ही लगे ..<br /><br />वाह बहुत सुन्दर गज़ल लिखी है।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-54596578708977117182011-06-15T07:51:02.897-07:002011-06-15T07:51:02.897-07:00भस्म कर देती है चिन्गारी भी
राख के ढेर तले आग पुरा...भस्म कर देती है चिन्गारी भी<br />राख के ढेर तले आग पुरानी ही लगे ...<br /><br />बहुत खूब...लाज़वाब गज़ल ..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-15763567475132753042011-06-15T00:38:51.992-07:002011-06-15T00:38:51.992-07:00भस्म कर देती है चिन्गारी भी
राख के ढेर तले आग पुरा...भस्म कर देती है चिन्गारी भी<br />राख के ढेर तले आग पुरानी ही लगे<br /><br />क्या बात है। बहुत बढि़यामहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-66562284288515511192011-06-15T00:29:48.172-07:002011-06-15T00:29:48.172-07:00जिन्दगी भी फ़ानी ही लगे
बारूद के ढेर पर कोई कहानी ...जिन्दगी भी फ़ानी ही लगे<br />बारूद के ढेर पर कोई कहानी ही लगे <br /><br />भावनाओं की सुंदर अभिव्यक्ति...<br /><br />----देवेंद्र गौतमdevendra gautamhttps://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-63301362840506949352011-06-15T00:24:04.837-07:002011-06-15T00:24:04.837-07:00फूलों को बोना भी जरुर
काँटों में इनकी महक ज़िन्दगा...फूलों को बोना भी जरुर<br />काँटों में इनकी महक ज़िन्दगानी ही लगे <br /><br />वाह बहुत सुन्दर गज़ल लिखी है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2187664358510143350.post-70653980721809729982011-06-15T00:06:30.604-07:002011-06-15T00:06:30.604-07:00बहुत सुन्दर ग़ज़ल.... हर शेर में वज़न है...बहुत सुन्दर ग़ज़ल.... हर शेर में वज़न है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com