तुम हो न सके मेरे
दुनिया की ख्वाहिशों से मेरा काम क्या
दिल से दिल को जो मिलाये
ऐसी तलब का है भला दाम क्या
हम तो डूबे हैं वहीँ पर
उथले किनारों पर भला वफ़ा का काम क्या
चलें तो चलें कैसे
वो मेंहदी , वो महावर का भला सा नाम क्या
वक़्त की कोई चाल सूरज के साथ मिली
भरी दुपहरी में और घाम क्या
चाहने किस को चले हैं
इश्क की नगरी में किसी को आराम क्या
अश्कों से लिखी दास्तान , परवाह किसे है
इस अहले-सफ़र का हो अन्जाम क्या
दुनिया की ख्वाहिशों से मेरा काम क्या
दिल से दिल को जो मिलाये
ऐसी तलब का है भला दाम क्या
हम तो डूबे हैं वहीँ पर
उथले किनारों पर भला वफ़ा का काम क्या
चलें तो चलें कैसे
वो मेंहदी , वो महावर का भला सा नाम क्या
वक़्त की कोई चाल सूरज के साथ मिली
भरी दुपहरी में और घाम क्या
चाहने किस को चले हैं
इश्क की नगरी में किसी को आराम क्या
अश्कों से लिखी दास्तान , परवाह किसे है
इस अहले-सफ़र का हो अन्जाम क्या
खुशियाँ मनाओ ,ख़ुशी की घड़ी है
जवाब देंहटाएंऐसी दास्तान के लिए जिन्दगी पड़ी है ......
परिवार सहित होली मुबारक हो !
स्वस्थ रहें!
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल 26/3/13 को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका स्वागत है ,होली की हार्दिक बधाई स्वीकार करें|
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएं--
रंगों के पर्व होली की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामंनाएँ!
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति,,,,शारदा जी,
जवाब देंहटाएंहोली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाए....
Recent post : होली में.
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति . आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें होली की शुभकामनायें तभी जब होली ऐसे मनाएं .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंअबेहतरीन अभिव्यक्ति शारदा जी।।।
जवाब देंहटाएंहोली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
आप को होली की हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंआप की ये रचना 29-03-2013 यानी आने वाले शुकरवार की नई पुरानी हलचलपर लिंक की जा रही है। आप भी इस हलचल में अवश्य शामिल होना।
सूचनार्थ।
अश्कों से लिखी दास्तान , परवाह किसे है
जवाब देंहटाएंइस अहले-सफ़र का हो अन्जाम क्या
वाह क्या खूब लिखा है बधाई !
होली मंगलमय हो ...
भावनात्मक प्रस्तुति ... होली की हार्दिक शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंसुंदर!
जवाब देंहटाएंबहुत भावमयी प्रस्तुति...होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति । आपको और आपके पूरे परिवार को रंगों के त्योहार होली की शुभ कामनाएँ
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंदिल से दिल को जो मिलाये
जवाब देंहटाएंऐसी तलब का है भला दाम क्या
ऐसी तलब तो अमूल्य होती है, बेहतरीन प्रस्तुति
बहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंचाहने किस को चले हैं
जवाब देंहटाएंइश्क की नगरी में किसी को आराम क्या ...
सच कहा है ... किसी को आराम नहीं निलता इस रस्ते पे ... इस नगरी में ...
very nice....
जवाब देंहटाएंवक़्त की कोई चाल सूरज के साथ मिली
भरी दुपहरी में और घाम क्या
बहुत सुन्दर गजल .
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