रविवार, 8 नवंबर 2020

बेटे का जन्मदिन

 मेरी शान भी तू, मेरी पहचान भी तू

मेरी साँसों में बसी , मेरी जान भी तू


दिल से दिल की है राह सदा उजली 

और तो और मैंने अपनी ही सूरत तुझमें देखी सदा 

मेरे जीने के बहानों का अरमान भी तू 


मेरे कदमों के नीचे न थी कोई जमीं 

ओढ़ा कर जो तू लाया मुझे आसमाँ , मैंने देखा

मेरे कदमों का दम , अभिमान भी तू


जिन्दगी से नहीं है कोई गिला

जो न पाया वो नहीं था मेरा, जो पाया 

जो पाया वो है बहुत , आसमान भी तू , मेरी उड़ान भी तू

4 टिप्‍पणियां:

शिवम कुमार पाण्डेय ने कहा…

बहुत सुंदर। जन्मदिन कि हार्दिक शुभकामनाएं।🎂

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर भावपा्रवण रचना।
बेटे को शुभाशीष और आपको बधाई हो।

शारदा अरोरा ने कहा…

Bahut shukriya

शारदा अरोरा ने कहा…

Bahut bahut dhanyvad