मेरी शान भी तू, मेरी पहचान भी तू
मेरी साँसों में बसी , मेरी जान भी तू
दिल से दिल की है राह सदा उजली
और तो और मैंने अपनी ही सूरत तुझमें देखी सदा
मेरे जीने के बहानों का अरमान भी तू
मेरे कदमों के नीचे न थी कोई जमीं
ओढ़ा कर जो तू लाया मुझे आसमाँ , मैंने देखा
मेरे कदमों का दम , अभिमान भी तू
जिन्दगी से नहीं है कोई गिला
जो न पाया वो नहीं था मेरा, जो पाया
जो पाया वो है बहुत , आसमान भी तू , मेरी उड़ान भी तू




4 टिप्पणियां:
बहुत सुंदर। जन्मदिन कि हार्दिक शुभकामनाएं।🎂
बहुत सुन्दर भावपा्रवण रचना।
बेटे को शुभाशीष और आपको बधाई हो।
Bahut shukriya
Bahut bahut dhanyvad
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