परछाइयों से लड़ बैठी हूँ
अब कोई मुझे बुलाये न
कुछ भी नहीं पूछा है तुमने
ये कोई मुझे बताये न
दरिया तो पार किया मैंने
अब साहिल पे अटकाये न
पतवारें तो होती बहाना हैं
दम अपना कोई भुलाये न
नहीं पछाड़ा मुझको दरिया ने
किनारे से कोई लड़ाये न
हाय कोई ढाल बनी होती
पानी पर कोई चलाये न
कुछ भी नहीं पूछा है उसने
परछाईँ सा कोई डराये न
अब कोई मुझे बुलाये न
कुछ भी नहीं पूछा है तुमने
ये कोई मुझे बताये न
दरिया तो पार किया मैंने
अब साहिल पे अटकाये न
पतवारें तो होती बहाना हैं
दम अपना कोई भुलाये न
नहीं पछाड़ा मुझको दरिया ने
किनारे से कोई लड़ाये न
हाय कोई ढाल बनी होती
पानी पर कोई चलाये न
कुछ भी नहीं पूछा है उसने
परछाईँ सा कोई डराये न
पतवारें तो होती बहाना हैं
जवाब देंहटाएंदम अपना कोई भुलाये न
शारदा जी ,बहुत सुन्दर , बधाई
पूरी गजल ही शानदार है।
जवाब देंहटाएंहर शेर दाद का हकदार है!
हर एक शब्द लाजवाब रही । बहुत ही उम्दा रचना ।
जवाब देंहटाएंपतवारें तो होती बहाना हैं
जवाब देंहटाएंदम अपना कोई भुलाये न ...
आशा और उमंग भारती सुन्दर रचना है .........
परछाइयों से लड़ बैठी हूँ
जवाब देंहटाएंअब कोई मुझे बुलाये न
Gahare bhavon se bhari aapki rachana bahut achhi lagi.
Aap nainital se hai jaankar bahut achha laga.Mai bhi pauri se hun. Pahad bahut bhate hai mujhe.
Hardik Shubhkamnayen.
भावनाएं शब्दों का रूप लेकर इसी तरह अयां होती रहें
जवाब देंहटाएंइसी कामना के साथ...
शाहिद मिर्ज़ा शाहिद
बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......
जवाब देंहटाएंसंजय कुमार
हरियाणा
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
achhi ghazal hai. aap mere blog par aye achha laga. apka compliment bhi bhadiya hai. chetan
जवाब देंहटाएंApna Siddharthnagar Siddharthnagar News Siddharthnagar Directory Siddharth University Siddharthnagar Bazar Domariyaganj News Itwa News Sohratgarh News Naugarh News Get Latest News Information Articles Tranding Topics In Siddharthnagar, Uttar Pradesh, India
जवाब देंहटाएंApna Siddharthnagar