दिल है तो कोई
गुलाब माँगे
धड़कने के बहाने
कोई ख़्वाब माँगे
आग के दरिया से
चुल्लू भर चनाब माँगे
इबारतें लिखने को
ज़ज्बा-ए-जुनूँ बेहिसाब माँगे
वक्त सदियों से
हिसाब माँगे
साहिल पे कच्चा घड़ा है
महिवाल जवाब माँगे
दिल है तो जाने
क्या क्या जनाब माँगे
गुलाब माँगे
धड़कने के बहाने
कोई ख़्वाब माँगे
आग के दरिया से
चुल्लू भर चनाब माँगे
इबारतें लिखने को
ज़ज्बा-ए-जुनूँ बेहिसाब माँगे
वक्त सदियों से
हिसाब माँगे
साहिल पे कच्चा घड़ा है
महिवाल जवाब माँगे
दिल है तो जाने
क्या क्या जनाब माँगे