मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
आना है मेरे पास तो , किसी रूह की तरह आ
इस तन को चोगे की तरह , किसी खूँटी पर टाँग के आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
प्यास जन्मों से लगी है ,बुझेगी ये भरम है तुझको
अपने ही सामने तू , किसी गैर की तरह आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
दिल लताड़ने के लिये नहीं होते ,किसी खुशबू सा
चमन में ठण्डी हवा के झोंके की तरह आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
आना है मेरे पास तो , किसी रूह की तरह आ
इस तन को चोगे की तरह , किसी खूँटी पर टाँग के आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
प्यास जन्मों से लगी है ,बुझेगी ये भरम है तुझको
अपने ही सामने तू , किसी गैर की तरह आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा
दिल लताड़ने के लिये नहीं होते ,किसी खुशबू सा
चमन में ठण्डी हवा के झोंके की तरह आ
मन मैला तो कौन खुदा
रहता है तू ,खुद से भी ज़ुदा