ये देश बदल रहा है , इतिहास रच रहा है
गाँधी के सपनों का भारत , करवट बदल रहा है
थोड़ी सी कस है खानी , थोड़ी सी परेशानी
अपने हितों से बढ़ कर , पहचानो है देश प्यारा
आओ हम आहुति दें , इक बेहतर कल का निर्माण चल रहा है
ये देश बदल रहा है
उग्रवाद , कालाबाजारी और जाली नोटों का धन्धा
कर रहे थे प्रहार नींव पर ही ,भ्रष्टाचार से त्रस्त थे
विमुद्रीकरण ही हल था , काला धन निकल रहा है
ये देश बदल रहा है
अब न पसारे हाथ कोई , न हों भूखे बच्चे गली-गली
ओत-प्रोत हो मानवता , अच्छे दिनों का आगाज़
इक उजली सी सुबह का सूरज निकल रहा है
ये देश बदल रहा है
गाँधी के सपनों का भारत , करवट बदल रहा है
थोड़ी सी कस है खानी , थोड़ी सी परेशानी
अपने हितों से बढ़ कर , पहचानो है देश प्यारा
आओ हम आहुति दें , इक बेहतर कल का निर्माण चल रहा है
ये देश बदल रहा है
उग्रवाद , कालाबाजारी और जाली नोटों का धन्धा
कर रहे थे प्रहार नींव पर ही ,भ्रष्टाचार से त्रस्त थे
विमुद्रीकरण ही हल था , काला धन निकल रहा है
ये देश बदल रहा है
अब न पसारे हाथ कोई , न हों भूखे बच्चे गली-गली
ओत-प्रोत हो मानवता , अच्छे दिनों का आगाज़
इक उजली सी सुबह का सूरज निकल रहा है
ये देश बदल रहा है