आँतक-वाद की रोकथाम कैसे हो .....
बदले के बदले चलते रहेंगे
खुदा बन के खुद को छलते रहेंगे
थोक में बिछी लाशें , क्या सुख है पाया
जो भी गया है ,लौट के न आया
जख्मीं हैं सीने तो , मरहम लगाओ
गूँजती सदाओं को , न तुम भुलाओ
कब तक यूँ ख़्वाबों को मसलते रहेंगे
कराहता है कोई , नजर न चुराओ
सीने में उसको , न यूँ तुम दबाओ
बहुत दिन हुए हैं , तुम्हें मुस्कराये
दौड़े बहुत हो , नहीं पता पाये
सहरा में कब तक भटकते रहेंगे
बदले के बदले चलते रहेंगे
खुदा बन के खुद को छलते रहेंगे
बदले के बदले चलते रहेंगे
खुदा बन के खुद को छलते रहेंगे
थोक में बिछी लाशें , क्या सुख है पाया
जो भी गया है ,लौट के न आया
जख्मीं हैं सीने तो , मरहम लगाओ
गूँजती सदाओं को , न तुम भुलाओ
कब तक यूँ ख़्वाबों को मसलते रहेंगे
कराहता है कोई , नजर न चुराओ
सीने में उसको , न यूँ तुम दबाओ
बहुत दिन हुए हैं , तुम्हें मुस्कराये
दौड़े बहुत हो , नहीं पता पाये
सहरा में कब तक भटकते रहेंगे
बदले के बदले चलते रहेंगे
खुदा बन के खुद को छलते रहेंगे