बुलाना और बात है , निभाना और बात है
लुभाना और बात है , दिल में बसाना और बात है
दौड़ती रहती है सारी दुनिया जिस के पीछे
मरुस्थल में बारिश का बहाना और बात है
बुझ गया दिल तेरी नजर-अन्दाज़ी से
तेरी फ़राख़-दिली का फ़साना और बात है
मजबूर ही होता है आशिक दिल-लगाई में
पड़ी सिर पर बजाना और बात है
बुलाना और बात है , निभाना और बात है
लुभाना और बात है , दिल में बसाना और बात है
लुभाना और बात है , दिल में बसाना और बात है
दौड़ती रहती है सारी दुनिया जिस के पीछे
मरुस्थल में बारिश का बहाना और बात है
बुझ गया दिल तेरी नजर-अन्दाज़ी से
तेरी फ़राख़-दिली का फ़साना और बात है
मजबूर ही होता है आशिक दिल-लगाई में
पड़ी सिर पर बजाना और बात है
बुलाना और बात है , निभाना और बात है
लुभाना और बात है , दिल में बसाना और बात है