हम वहाँ हैं जहाँ ,
अपनी खबर भी पराई ही लगे
चिकने घड़े सा कर दिया
ज़िन्दगी ये भी रुसवाई ही लगे
न जाते इधर तो किधर जाते
हर शय शौदाई ही लगे
आईना किस को दिखाऊँ
अपनी फितरत भी हरजाई ही लगे
यही बदा है , यही सही
रात के पैर में बिवाई ही लगे
तेरा मुँह देख के जीते हैं
आग अपनी लगाई ही लगे
इश्क में दर-बदर हर कोई
दाँव पर सारी खुदाई ही लगे
शोला हो , शबनम हो
ऐ वक्त , दिलरुबाई ही लगे
अपनी खबर भी पराई ही लगे
चिकने घड़े सा कर दिया
ज़िन्दगी ये भी रुसवाई ही लगे
न जाते इधर तो किधर जाते
हर शय शौदाई ही लगे
आईना किस को दिखाऊँ
अपनी फितरत भी हरजाई ही लगे
यही बदा है , यही सही
रात के पैर में बिवाई ही लगे
तेरा मुँह देख के जीते हैं
आग अपनी लगाई ही लगे
इश्क में दर-बदर हर कोई
दाँव पर सारी खुदाई ही लगे
शोला हो , शबनम हो
ऐ वक्त , दिलरुबाई ही लगे