मेरी शान भी तू, मेरी पहचान भी तू
मेरी साँसों में बसी , मेरी जान भी तू
दिल से दिल की है राह सदा उजली
और तो और मैंने अपनी ही सूरत तुझमें देखी सदा
मेरे जीने के बहानों का अरमान भी तू
मेरे कदमों के नीचे न थी कोई जमीं
ओढ़ा कर जो तू लाया मुझे आसमाँ , मैंने देखा
मेरे कदमों का दम , अभिमान भी तू
जिन्दगी से नहीं है कोई गिला
जो न पाया वो नहीं था मेरा, जो पाया
जो पाया वो है बहुत , आसमान भी तू , मेरी उड़ान भी तू