एक डाल के दोनों फूल , बहना तू भाई को जाना न भूल
आन है तेरी वो,शान है तेरी वो,चुन लेगा वो तेरे पथ के सारे शूल
१. समता के इस युग ने बेशक,मिटा दिया राखी,भाई-दूज का मोल
बिन रँगों के जीवन फीका , ये रिश्ते तो हैं अनमोल
२. दूर हुए तो आँख के तारे , पास हुए तो मिलते न किनारे
जीवन की ये डगर हमेशा , माँगे मीठे दो ही बोल
३. उतना ही विस्तार है बाहर , जितनी जड़ में नमी है तेरे
प्यार की राह तो इकतरफा है , धरती जाने इसका मोल
एक डाल के दोनों फूल , बहना तू भाई को जाना न भूल
आन है तेरी वो,शान है तेरी वो,चुन लेगा वो तेरे पथ के सारे शूल
आन है तेरी वो,शान है तेरी वो,चुन लेगा वो तेरे पथ के सारे शूल
१. समता के इस युग ने बेशक,मिटा दिया राखी,भाई-दूज का मोल
बिन रँगों के जीवन फीका , ये रिश्ते तो हैं अनमोल
२. दूर हुए तो आँख के तारे , पास हुए तो मिलते न किनारे
जीवन की ये डगर हमेशा , माँगे मीठे दो ही बोल
३. उतना ही विस्तार है बाहर , जितनी जड़ में नमी है तेरे
प्यार की राह तो इकतरफा है , धरती जाने इसका मोल
एक डाल के दोनों फूल , बहना तू भाई को जाना न भूल
आन है तेरी वो,शान है तेरी वो,चुन लेगा वो तेरे पथ के सारे शूल