गुरुवार, 9 दिसंबर 2010

सोच के दीप जला कर देखो


दूर गगन में जा कर देखो

सोच के दीप जला कर देखो


चन्दा तो उतना ही हँसी है

जितने पँख लगा कर देखो


उडती पतंगें मौजों सी ही

गीत सुहाने गा कर देखो


जीवन आनी जानी शय है

कोई तो अलख जगा कर देखो


रुत बदले , मिजाज भी बदले

वक्त से ताल मिला कर देखो


मरघट सी सूनी ख़ामोशी

क़ैद से बाहर कर देखो


बच्चे बूढ़े जवाँ हो जाते

आस का फूल खिला कर देखो


घर भर को रौशन कर देता

एक दिया ही जला कर देखो

33 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

शारदा जी,

छोटी बहर की ग़ज़ल.....बहुत खूब |

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

चन्दा तो उतना ही हँसी है

जितने पँख लगा कर देखो

वाह ...बहुत खूब ....!!



मरघट सी सूनी ख़ामोशी

क़ैद से बाहर आ कर देखो



कोई पिंजरा खोले तो सही .....

बहुत अच्छी अभिव्यक्ति .....!!

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" ने कहा…

शारदा जी, बहुत खूब ...

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो

क्या बात है !

ज़रा मेरे ब्लॉग पर भी आकर देखिएगा ... इसी बहर पे ग़ज़ल प्रस्तुत है ...

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बहुत खूबसूरत गज़ल ..प्रेरणादायक ...

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

घर भर को रौशन कर देता

एक दिया ही जला कर देखो

bahut khub sharda jee....

इस्मत ज़ैदी ने कहा…

मरघट सी सूनी ख़ामोशी

क़ैद से बाहर आ कर देखो

क्या बात है शारदा जी ,बहुत ख़ूब
उम्दा ग़ज़ल पेश की है आप ने
बधाई

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर गजल!
गुनगुनाते हुए अच्छी लगी!

vandana gupta ने कहा…

रुत बदले , मिजाज भी बदले

वक्त से ताल मिला कर देखो

मरघट सी सूनी ख़ामोशी

क़ैद से बाहर आ कर देखो

वाह वाह जितनी तारीफ़ की जाये उतनी कम है ……………आशा का संचार करती गज़ल बहुत ही सुन्दर है।

नीरज गोस्वामी ने कहा…

जीवन आनी जानी शय है
कोई तो अलख जगा कर देखो

बेहतरीन रचना...बढ़ी स्वीकारें...

नीरज

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

बच्चे बूढ़े जवाँ हो जाते

आस का फूल खिला कर देखो


घर भर को रौशन कर देता

एक दिया ही जला कर देखो

बहुत बेहतरीन !

DR.ASHOK KUMAR ने कहा…

जीवन आनी जानी शय है
कोई तो अलख जगाकर देखो

वाह! शानदार और लाजबाव गजल । बहुत बहुत आभार जी!

मेरे ब्लोग पर भी आपका स्वागत है

एक चर्तुभुज बनाके छोड़ा मुझे..........कविता।

DR.ASHOK KUMAR ने कहा…

जीवन आनी जानी शय है
कोई तो अलख जगाकर देखो

वाह! शानदार और लाजबाव गजल । बहुत बहुत आभार जी!

मेरे ब्लोग पर भी आपका स्वागत है

एक चर्तुभुज बनाके छोड़ा मुझे..........कविता।

Apanatva ने कहा…

bahut khoobsoorat gazal.........
ek se bad kar ek sher.........

M VERMA ने कहा…

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो
कितना स्वच्छ और सुन्दर सन्देश है इस खूबसूरत गज़ल में

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो

प्रेरणादायी पंक्तियां।
बहुत बेहतरीन ग़ज़ल।

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' ने कहा…

चन्दा तो उतना ही हँसी है
जितने पँख लगा कर देखो
बहुत अच्छा शेर है शारदा जी...

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो
सच कहा,
कम से कम इतना तो करना ही चाहिए अंधेरा मिटाने के लिए.
बहुत अच्छी ग़ज़ल है...बधाई.

रचना दीक्षित ने कहा…

चन्दा तो उतना ही हँसी है

जितने पँख लगा कर देखो
अजी हम तो पंख लगाये ही बैठे हैं. उम्दा ग़ज़ल

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

बहुत अच्छी अभिव्यक्ति .....!!
my old blog sarokar is lost.. please visit my new blog.. follow and comment please...
http://apnesarokaar.blogspot.com

अनुपमा पाठक ने कहा…

sundar lekhan!

मनोज कुमार ने कहा…

बेहतरीन। लाजवाब।

daanish ने कहा…

दूर गगन में जा कर देखो
सोच के दीप जला कर देखो

achhii gzl ke
achhee sher....

mubarakbaad svikaareiN .

kshama ने कहा…

Nihayat khoobsoorat rachana!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

आपकी यह रचना कल के ( 11-12-2010 ) चर्चा मंच पर है .. कृपया अपनी अमूल्य राय से अवगत कराएँ ...

http://charchamanch.uchcharan.com
.

Kunwar Kusumesh ने कहा…

सुन्दर अभिव्यक्ति

Mahendra Arya's Hindi Poetry ने कहा…

बहुत अच्छी भावना है . इसी तरह की भावना वाली मेरी एक कविता आप से शेयर करता हूँ -

जिंदगी के ग़म भुला कर देखिये

दर्द को साथी बना कर देखिये

ये जहाँ संगीतमय लगने लगेगा

कोई नग़मा गुनगुना कर देखिये

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

bahut hi behatreen sakaratmak socho se purn ek prabhavshali avam sshakt prastuti.
घर भर को रौशन कर देता

एक दिया ही जला कर देखो
poonam

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

bahut hi behatreen sakaratmak socho se purn ek prabhavshali avam sshakt prastuti.
घर भर को रौशन कर देता

एक दिया ही जला कर देखो
poonam

Er. सत्यम शिवम ने कहा…

बहुत ही अच्छा.....मेरा ब्लागः-"काव्य-कल्पना" at http://satyamshivam95.blogspot.com/ ....आप आये और मेरा मार्गदर्शन करे...धन्यवाद

Sunil Kumar ने कहा…

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो
बेहतरीन.....

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

घर भर को रौशन कर देता
एक दिया ही जला कर देखो
बहुत सुंदर ....

दिगम्बर नासवा ने कहा…

रुत बदले , मिजाज भी बदले
वक्त से ताल मिला कर देखो

बहुत खूब .. सभी शेर कमाल के हैं इस गज़ाल के ...सच से रूब्रो कराते ...

Thakur M.Islam Vinay ने कहा…

पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं
प्यारे मालिक के ये दो नाम हैं जो कोई भी इनको सच्चे दिल से 100 बार पढेगा।
मालिक उसको हर परेशानी से छुटकारा देगा और अपना सच्चा रास्ता
दिखा कर रहेगा। वो दो नाम यह हैं।
या हादी
(ऐ सच्चा रास्ता दिखाने वाले)

या रहीम
(ऐ हर परेशानी में दया करने वाले)

आइये हमारे ब्लॉग पर और पढ़िए एक छोटी सी पुस्तक
{आप की अमानत आपकी सेवा में}
इस पुस्तक को पढ़ कर
पांच लाख से भी जियादा लोग
फायदा उठा चुके हैं ब्लॉग का पता है aapkiamanat.blogspotcom

Ayodhya Prasad ने कहा…

बहुत बेहतरीन ...हमारे ब्लोग पर आपका स्वागत है