होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है
टेसू फूले फागुन बोले , अमुवा के बौरों से खेले
रँगों की चादर ओढ़ाओ , ऋतुओं की आई डोली है
रँग गुलाल है होली का , और दुलार है गालों का
भीगा आँचल भीगा तन मन , भीगा लहँगा चोली है
हाथ रँगे है रँगा है जीवन , रस से देखो पगा है जीवन
एक दुकान है मीठे की , साली भी मुहँ-बोली है
देवर-भाभी साली-जीजा , रिश्ते-नाते प्यार भरे
सखी सहेली यार मिले , बात-बात में हँसी-ठिठोली है
गीत प्रीत की धुन पर नाचो , साँसों की सरगम पर नाचो
हाथ पकड़ कर दम भर नाचो , आई मस्तों की टोली है
होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है
कुंआरी उम्र की देहरी पर
10 घंटे पहले


25 टिप्पणियां:
रस रंग में सना सुन्दर होली गीत ...
रंगपर्व होली की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकारें |
holi hai holi hai.............to aa gaya sharda jee, main bhi sabdo ki holi se khud ko bhingne..:)
happy holi..!
शानदार। होली की शुभकामनाएॅ।
बहुत सुन्दर्……………होली की हार्दिक शुभकामनायें।
बहुत सुन्दर…होली में मस्त रचना.……………होली की हार्दिक शुभकामनायें।
बहुत बढ़िया होली गीत ...शुभकामनायें
होली के भाव से ओत प्रोत यह गीत उत्कृष्ट है.. आनंद आ गया पढ़ कर .. होली की शुभकामना..
होली के भावों और रंगों से भरा बहुत सुन्दर गीत..होली की हार्दिक शुभकामनायें!
होली के मनोहारी भावों से परिपूर्ण उत्तम प्रस्तुति.
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
ब्लागराग : क्या मैं खुश हो सकता हूँ ?
अरे... रे... आकस्मिक आक्रमण होली का !
होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है
बहुत ही मनमोहक रचना ... आभार
आद. शारदा जी,
गीत प्रीत की धुन पर नाचो , साँसों की सरगम पर नाचो
हाथ पकड़ कर दम भर नाचो , आई मस्तों की टोली है
आज तो लगता है फागुन के रंग से बच पाना मुश्किल है ,क्या रंगों का समां बंधा है !
होली की शुभकामनाएँ !
होली के मौके पर इतना शानदार गीत कि गुनगुनाने को जी मचल उठे. तबियत खुश हो गयी शारदा जी! बधाई क़ुबूल करें.
----देवेन्द्र गौतम
सुन्दर रचना!
होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
--
वतन में अमन की, जागर जगाने की जरूरत है,
जहाँ में प्यार का सागर, बहाने की जरूरत है।
मिलन मोहताज कब है, ईद, होली और क्रिसमस का-
दिलों में प्रीत की गागर, सजाने की जरूरत है।।
हाथ रँगे है रँगा है जीवन , रस से देखो पगा है जीवन
एक दुकान है मीठे की , साली भी मुहँ-बोली है
देवर-भाभी साली-जीजा , रिश्ते-नाते प्यार भरे
सखी सहेली यार मिले , बात-बात में हँसी-ठिठोली है
गीत प्रीत की धुन पर नाचो , साँसों की सरगम पर नाचो
हाथ पकड़ कर दम भर नाचो , आई मस्तों की टोली है
Wah! Kya bahardaar panktiyan hain!
Holi bahut mubarak ho!
होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है
मनमोहक रचना ....शारदा जी , होली की शुभकामनाएँ
होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है
टेसू फूले फागुन बोले , अमुवा के बौरों से खेले
रँगों की चादर ओढ़ाओ , ऋतुओं की आई डोली है
रंगों कि अद्भुत छटा बिखेरी है शारदा जी आपने.
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
मस्त रचना...
होली है होली है , रँगों की हमजोली है
ढोल नगाड़े मस्त बजाओ , मनुवा की समझो बोली है,,,,,,,
मनमोहक रचना . होली की शुभकामनाएँ
शारदा जी,
होली के इस अवसर पर फागुन की मस्ती डूबा एक मधुर गान लगी ये पोस्ट......सुन्दर|
आपको और आपके परिवार को रंगों के त्यौहार की बधाई|
सुन्दर रचना ! रंग पर्व पर हार्दिक शुभकामनायें !
हफ़्तों तक खाते रहो, गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना,नाम भक्त प्रहलाद.
होली की हार्दिक शुभकामनायें.
रंग-पर्व पर हार्दिक बधाई.
टेसू फूले फागुन बोले , अमुवा के बौरों से खेले
रँगों की चादर ओढ़ाओ , ऋतुओं की आई डोली है ...
सुंदर और लाजवाब गीत है होली का .....
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
टेसू फूले फागुन बोले , अमुवा के बौरों से खेले
रँगों की चादर ओढ़ाओ , ऋतुओं की आई डोली है
बहुत बड़िया, वाह।
यह होली गीत अच्छा लगा।
होली पर्व की अशेष हार्दिक शुभकामनाएं।
सुंदर और लाजवाब गीत है होली का|
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